Thursday, March 11, 2010

सुशाशन में बदलती पहचान : पटना

४-५ सालों के बाद अपने घर पटना जाना हुआ इस साल होली के अवसर पर ; काफी अच्छा लग रहा था नीतीश सरकार के सुशाशन के बारे मैं काफी कुछ सुन रखा था। सोचा जाकर देखने का मौका मिलेगा। ट्रेन करीब दो घंटे लेट थी..पटना स्टेशन पर उतरने के बाद जैसे ही मीठापुर गोलंबर के पास पहुंचा तो देखा की फ्लेओवर का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। बहुत लम्बे समय से बन रहा है ये फ्लेओवर । मैं दिल्ली में भी रहा हूँ शीला दीक्षित की सरकार वहां पिछले १० साल से शाशन कर रही है वहां आज फ्लेओवर का जाल बिछ गया है , पटना में इस काम मैं इतना समय क्यों लगता है ; पता नहीं । मेरा मानना है की इस फ्लेओवर के बन जाने के बाद GPO गोलंबर से आने जाने वाला ट्राफिक काफी काम हो जायेगा। परन्तु इस काम में अभी समय लगेगा। काम से कम नीतीश कुमार के इस शासन काल में तो संभव नहीं दिखता ।
खैर अच्छी बातों के बारे में बात की जाये तो ठीक रहेगा। सोन भवन से लेकर इनकम टैक्स गोलंबर तक वाली सड़क को सहसा देखकर विश्वास नहीं होता की ये सड़क पटना में है। सड़क काफी चौड़ी बनी है और दोनों तरफ सर्विस लेन भी बना दी गयी है अगर आपको सर्किट हाउस जाना है तो सर्विस लेन पकडिये और ट्राफिक फ्री रोड का लुत्फ़ लिजिये..ये है नया पटना। खैर अगले दिन होली थी में अपने बुआ जी के घर कंकरबाग गया पता चला की बाईपास रोड का चौडीकरण का काम चल रह है अभी जहाँ पर बस स्टैंड है वहां पर उसके पीछे विधि नगर बनाया जा रहा है यहाँ पर ही चाणक्य ला इंस्टिट्यूट(आईआईएम के जैसा)और निफ्ट, पटना के भवन बनाये जा रहे हैं..ये काम जल्दी ही पूरा होने जा रहा है ..ऐसा नहीं है की पटना में रोड पहले नहीं बनते थे..परन्तु दो तीन बरसात के बाद उनका नामोनिशान मिट जाता था..कारन..सडकों पर पानी भर जाता था..क्योंकि यहाँ पर नाले नहीं थे..परन्तु इस नीतीश शासन ने लगभग सभी सडकों पर नाले बनवाने का काम सबसे पहले किया है..ये अच्छी बात है .अब बरसात में सड़कें खस्ता हाल नहीं होंगी॥

जब सड़कें अच्छी हो गयी हैं तो लोगों ने महँगी महँगी गाड़ियाँ खरीद ली हैं अब पटना की सड़कों पर आपको पजेरो, Honda CRV से लेकर टोयोटा की फोर्चुनर गाड़ियाँ भी दिख जाती हैं । एक बार मैंने '९२-'९३ में इंडिया टुडे में पढ़ा था की सबसे ज्यादा टाटा सुमो पटना में ही चलती हैं इसका कारन था सब नेता लोगों की ये पसंदीदा गाड़ी थी ..खैर पुराणी बात है । सड़कों पर अब कोई माँ - बहन नहीं करता है । यह लालू राज की निशानी थी ..हालाँकि सड़कों पर अब भी कोई अनुशासन नहीं है..लेकिन किसी को इससे कोई परेशानी नहीं है...लगता है की लोग इस बात की चिंता भी नहीं करते।
नितीश अब पहले से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं..लोग अब उनकी बात काटने का ताकत नहीं जुटा पाते सब लोग सहमति में सर हिलाते नजर आते हैं हालाँकि नितीश कुमार भी ये बात मानते हैं की जनता अब सजग हो गए हैं...अब उनको मुर्ख नहीं बनाया जा सकता है..इस शासन कल में तो अच्छा काम किया है..इसी साल के आखिर में राज्य में चुनाव होने वाले हैं॥
दुआ कीजिये की अगली बार भी अच्छी सरकार(नितीश कुमार की) आये.और एक नयी इतिहास का सृजन हो ..आमीन